
कलियाँ खिलेंगी मधुबन में
फिर मुरझा जाएँगी,
भेदभाव के दुर्भाव से
गर्भ में सहमी बच्ची
फिर मार दी जाएगी,
भारत रो रहा है देश सो रहा है
ऐसी दशा होगी सोचा न था..
सदियों से पूजित नारी
पति से दुत्कारी जाएगी,
ऋषि-मुनियों की धरती पर
भी उनकी जान जाएगी,
भारत रो रहा है देश सो रहा है
ऐसी दशा होगी सोचा ना था..
नहीं है मानवता किसी में
अब जंगली मानव द्वारा
निर्दोष गज माँ की जान जाएगी
भारत रो रहा है देश सो रहा
ऐसी दशा होगी सोचा न था..
जा उठाओ देश के सपूतों
बनो वीर राणा शिवा जी या राम
मिटा दो धरा से व्याभिचार अत्याचार
खिलेंगी कलियाँ धरती मुस्कुराएगी
मिसाल देश भारत, दुनिया मान जाएगी
भारत रो रहा है देश सो रहा है
ऐसी दशा होगी सोचा ना था..
सुमन श्रीवास्तव, बाराबांकी
परिचय
नाम – सुमन श्रीवास्तव
पति – विनोद श्रीवास्तव
जन्म – 8 अक्टूबर
शिक्षा – स्नातकोत्तर(हिन्दी), बी.एड।
कार्य क्षेत्र – लेखन, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं टीवी आदि पर (एनजी ओ) सुमन फाउंडेशन सम्मान..ढेर सारे प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर।
पता – नेहरू नगर बाराबंकी,
उत्तर प्रदेश