लॉकडाउन में शादी की झलक

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भेज रहे है प्रेम निमंत्रण,प्रियवर तुम्हे दिखावे को।
आ जाना न कभी भूल से,तुम यहां खाने को।।

लॉकडाउन देश में लगा हुआ है,बारात में कोई नहीं जाएगा।
दूल्हा केवल अकेला ही,दुल्हन को बाइक पर ले आयेगा।।

बनवाए है छप्पन भोग हमने,उसका टोकन तुम्हे मिल जाएगा।।
जिसकी जैसी चॉइस होगी,उसे पैक करवा कर ले जाएगा।।

बैंडबाजा नहीं बजेगा,केवल लाउड स्पीकर बज पायेगा।
घुड चढ़ी भी नहीं होगी,दूल्हा किसी के कंधे पर चढ़ जाएगा।।

दिया था हमने तुम्हे लिफाफा,तुम्हे भी लिफाफा देना होगा।
होगे जितने रुपए लिफाफे में,उसके अनुसार टोकन मिल जायेगा।।

अगर आ न सको किसी कारणवश,होम डिलीवरी का प्रोविजन होगा।
पर उसके लिए लिफाफे के साथ,होम डिलीवरी चार्ज देना होगा।।

रखना बरकरार ये व्यवहार,जब तक देश में लॉकडाउन रहेगा।
पालन करना होगा इन नियमो का,वरना परिणाम भुगतना होगा।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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