Read Time3 Minute, 5 Second
नये बच्चों में हुनर है
उन्हें तराशिये जरूर
उनके अंदर की प्रतिभा को
बाहर निकालिये जरूर
साधनहीन के साधन बनिए
उनका एक सहारा बनिए
लोहा सोना बन सकता है
गरीबी में हीरा मिल सकता है
थोड़ा सा सहारा लगा देने से
साधनहीन चमक सकता है
जो पढ़ना चाहे उसे पढ़ाइये
जिसमे कला है उसे निखारिए
बच्चे देश के भविष्य है
उनका भविष्य बनाइये।
#श्रीगोपाल नारसन
परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ मई १९६४ हैl आपका निवास जनपद हरिद्वार(उत्तराखंड राज्य) स्थित गणेशपुर रुड़की के गीतांजलि विहार में हैl आपने कला व विधि में स्नातक के साथ ही पत्रकारिता की शिक्षा भी ली है,तो डिप्लोमा,विद्या वाचस्पति मानद सहित विद्यासागर मानद भी हासिल है। वकालत आपका व्यवसाय है और राज्य उपभोक्ता आयोग से जुड़े हुए हैंl लेखन के चलते आपकी हिन्दी में प्रकाशित पुस्तकें १२-नया विकास,चैक पोस्ट, मीडिया को फांसी दो,प्रवास और तिनका-तिनका संघर्ष आदि हैंl कुछ किताबें प्रकाशन की प्रक्रिया में हैंl सेवाकार्य में ख़ास तौर से उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए २५ वर्ष से उपभोक्ता जागरूकता अभियान जारी है,जिसके तहत विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व विधिक सेवा प्राधिकरण के शिविरों में निःशुल्क रूप से उपभोक्ता कानून की जानकारी देते हैंl आपने चरित्र निर्माण शिविरों का वर्षों तक संचालन किया है तो,पत्रकारिता के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों व अंधविश्वास के विरूद्ध लेखन के साथ-साथ साक्षरता,शिक्षा व समग्र विकास का चिंतन लेखन भी जारी हैl राज्य स्तर पर मास्टर खिलाड़ी के रुप में पैदल चाल में २००३ में स्वर्ण पदक विजेता,दौड़ में कांस्य पदक तथा नेशनल मास्टर एथलीट चैम्पियनशिप सहित नेशनल स्वीमिंग चैम्पियनशिप में भी भागीदारी रही है। श्री नारसन को सम्मान के रूप में राष्ट्रीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉ.आम्बेडकर नेशनल फैलोशिप,प्रेरक व्यक्तित्व सम्मान के साथ भी विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर(बिहार) द्वारा भारत गौरव
Post Views:
505
Mon Jul 15 , 2019
देश की अग्रणी साहित्यिक संस्था ‘कलमकार मंच’ की सहभागिता में भव्या इंटरनेशनल और एन. आर. बी. फाउंडेशन की ओर से रविवार को सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय, जगतपुरा में आयोजित इंडियन बेस्टीजअवार्ड -2019 में विभिन्न क्षेत्रों में विशेष मुकाम हासिल करने वालेकरीब 180 लोगों को सम्मानित किया गया। इस समारोह में […]