हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु बजरंग दल ने दिया साथ, राष्ट्रीय संयोजक सोलंकी ने किया समर्थन

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इंदौर ।
हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए  मातृभाषा उन्नयन संस्थान व हिन्दीग्राम द्वारा सम्पूर्ण राष्ट्र में जनसमर्थन अभियान संचालित किया जा रहा है, इसकी कड़ी में संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन जी सोलंकी से इंदौर स्थित बजरंगदल कार्यालय में प्रवास के दौरान भेंट की।
श्री सोलंकी ने संस्थान के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कई नए सुझाव भी दिए, जो भविष्य में हिंदी आंदोलन को बल देंगे साथ ही राष्ट्र व्यापी विस्तारित बजरंग दल का इस अभियान को पूर्ण समर्थन भी प्रदान किया।
श्री सोलंकी व डॉ जैन की विस्तृत चर्चा में देशव्यापी आंदोलन के कई चरणों पर बात हुई , श्री सोलंकी ने बजरंग दल के व्याख्यानों में भी भारतीय संस्कृति व हिंदी के प्रचार की प्रतिबद्धता की बात की।
इसी दौरान मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मृदुल जोशी भी मौजूद रहें। साथ ही डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ ने उनका काव्यसंग्रह काव्यपथ भी सोहन जी सोलंकी को भेंट किया। जनसमर्थन के पथ से हिंदी आंदोलन को बल मिलने की दिशा में बजरंग दल का मातृभाषा उन्नयन संस्थान के साथ आना मजबूती के परिचायक है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।