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हर बात से ही बात की शुरूबात होती है।
मिलने मिलाने से ही तो,
आगे की मुलाकाते होती है।
कौन ऐसा है जो बातचीत, के बिना जीत सकता है।
और इस मायावी समाज मे रह सकता है?
हल्की सी मुस्कान से ही, इंसान आकर्षित हो जाता है।
फिर धीरे से वो भी मुस्कराता है।
और यही से बातो का, सिलसिला शुरू होता है।
और यही से एक नये रिश्ते का उदय होता है।।
कभी कभी मुलाकातों का दौर,
काफी कुछ नया सीखता है।
जो आगे जा के जीवन में, बहुत काम आता है।
यही तो बातचीत का सारांश है,
जो लोगो को दुनियांदारी का मतलब सिखाता है।
और एक सभ्य समाज का निर्माण करवाता है।
और देश के हित मे हर इंसान अपना अपना योगदान निभाता है।।
#संजय जैन
परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
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Thu Jun 20 , 2019
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