*नरसिंह जयंती पे दोहा अंताक्षरी कार्यक्रम सम्पन्न

0 0
Read Time2 Minute, 30 Second

cropped-finaltry002-1.png

प्राप्त जानकारी के अनुसार पं रामजस त्रिपाठी, नारायण*अधीक्षक*दोहाशाला साहित्य संगम संस्थान ने बताये कि
दोहाशाला साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा दिनांक 17/05/2019 नरसिंह भगवान के अवतार दिवस के उपलक्ष्य में  पटल पर सायं ८-९ बजे तक दोहा अंताक्षरी प्रतियोगिता आयोजित की गई।जिसमे एक शब्द विषय पर 6 मिनट का समय रखा गया
साप्ताहिक होने वाली इस  दोहा प्रतियोगिता के समीक्षक आदरणीय *बृजेश पाण्डेय ‘विभात’ जी*और कार्यक्रम का संयोजन व संचालन दोहाशाला के *अधीक्षक  पं. रामजस त्रिपाठी ‘नारायण’*के द्वारा हो रहा है।प्रतिभाग के लिए इच्छुक कलमकार आगामी कार्यक्रमों में सम्मिलित के लिये
अधोलिखित लिंक के जरिए जुड़ सकते है
https://chat.whatsapp.com/Hl5f703nKFn5pwDMcDVPEO
कार्यक्रम समीक्षक बृजेश पाण्डेय ‘विभात’ द्वारा बताया गया कि समीक्षा के उपरान्त चयनित परिणाम में प्रथम आद० राजवीर सिंह ‘मंत्र’ जी.द्वितीय आद० रामजस त्रिपाठी ‘नारायण’ जी,डॉ अरुण श्रीवास्तव ‘अर्णव’ जी,आशीष पाण्डेय ‘जिद्दी’ जी व
तृतीय पुरुषोत्तम प्रजापति जी रहे दोहाशाला
मंच पर आदरणीय श्री रामजस त्रिपाठी ‘नारायण’ जी के संचालन संयोजन एवं अध्यक्षता में दिनांक १७/मई/२०१९ को आयोजित दोहा प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों ने अति उत्साह के साथ अपना प्रदर्शन किया और अपना श्रेष्ठ देने का प्रयास किया।सभी प्रतिभागियों के दोहों की
प्रतियोगिता में विजेताओं के साथ सभी प्रतिभागियों को हृदय की गहराइयों से कोटि-कोटि बधाई एवं शुभकामनाएँ। संचालक, संयोजक एवं अधीक्षक को सफलता पूर्वक आयोजन सम्पन्न कराने हेतु हार्दिक बधाई ।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मांँ का आंँचल

Thu May 23 , 2019
जब कभी मेरी  मांँ का  आंँचल मेरे सर पर आए , दुनिया की मजाल क्या ईश्वर भी न कुछ कर पाए, मांँ  के  चरणों  में  स्वर्ग  संग  चार  धाम  बसे  हैं- छू  माँ  के चरणों को मिट्टी पावन चंदन बन जाए। नाम-प्रज्ञा पाण्डेय साहित्यिक उपनाम-प्रज्ञा पाण्डेय वर्तमान पता-उन्नाव, उत्तर प्रदेश […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।