मेरा भारत

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babulal sharma

सुहाना  देश  भारत  है।
शहीदों की  विरासत है।
जहाँ   गंगा  बहे  प्यारी।
कथा यमुना कहे न्यारी।

हिमालय शान है ऊँची।
अजंता  प्रेम  की कूँची।
स्वर्ण पंछी  इसे  कहते।
गुरू  माने  सभी  रहते।

कहें हम  भारती माता।
विधाता  मान  मैं गाता।
करें हम गाय की पूजा।
बखाने  धर्म  भी  दूजा।

सभी का मान  करते हैं।
तभी   ईमान  निभते  हैं।
हमारे देश  की  जय  हो।
शहीदी शान की जय हो।

नाम– बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः

matruadmin

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