परिंदो लौट जाओ आशियानों में

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परिंदो लौट जाओ आशियानों में
न उड़ो आसमानो में
अँधियों का दौर है
वर्चस्व की दौड है
अब खतरे चारो ओर है
अब तो साँसों को पाने की भी होड़ है
तन्हाइयो का दौर है
रिश्तो में भी अब तरन्नुम दिखती नहीं
हसरते अनगिनत पर अब कुछ रस्मे भी निभती नहीं
रिश्तो में प्यार की जगह भार है
अब तो रिश्ते क्या अपनी परछाइयों से भी घबरा रहे
छुप रहे थे अपने में
रख रिश्तो को ताक पर
अब वक़्त ने दिया है एक मौका
रिश्तो को सवारने और निखारने का
अनगिनत ख्वाहिशें और दौड़ का बने थे हम हिस्सा
आज फिर से अपने संस्कार और संस्कृति को पाने का वक़्त आया है
आ लौट चले फिर उस ज़माने में जिस को हमने गवाया है
जहाँ दूरिया की कोई जगह नहीं होती
घर मन्दिर सा होता और बडों की जगह वृद्ध आश्रम में नहीं होती
आ उस आँचल में फिर से छिप जाये जहाँ रिश्तो से दूरिया रूबरू नहीं होती
आ लौट चले उस ज़माने में
आ लौट चले उस ज़माने में
परिंदो लौट जाओ आशियानों में
न उड़ो आसमानो में। ………
#शालिनी जैन

matruadmin

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Tue May 26 , 2020
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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।