काश्मीर की स्थिति

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rambahadur

आज काश्मीर में

धोखा, गद्दारी
चित्कार !हाहाकार !
सिसकती सभ्यता
कराहती हुई संस्कृति
कैसी है विडम्बना!
कैसे वहां के लोग
कभी सेना पर हमला
तो कभी पत्थरबाजी
कभी दुश्मन की छांव
आखिर क्यों ?
कौन है तेरा देश
कहां तेरा गांव
जो देता तुझे छांव
घाव देते तुम उसे कुठांव
कैसे हैं तुम्हारे कर्म
कभी सोचा इसका मर्म
तुम्हें बरगलाने वाले
कैसे हैं खुदगर्ज
प्रसन्न और संतुष्ट भी
नित घूमते विदेश
पहने जैकेट बुलेट प्रूफ
हो गये कारपोरेट वयवसायी
हर जिंदा जिस्म माल
फायदा ही फायदा उन्हें
न कोई सामाजिक सरोकार
न तो कोई जिम्मेदारी
सोचो और समझो
शान्ति के रास्ते अपनाओ
हिंसा को दूर भगाओ
प्रेम और भाईचारा बढ़ाओ
नफ़रत को जिंदा ही दफनाओं
मुख्य धारा में लौट जाओ
अपने देश भारत को
स्वर्ग बनाओ
काश्मीरियत को बचाओ
#राम बहादुर राय “अकेला”
एम.ए.(हिन्दी, इतिहास ,मानवाधिकार एवं कर्तव्य, पत्रकारिता एवं जनसंचार),बी .एड.
मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं स्वतंत्र पत्रकार,
बलिया (उत्तर प्रदेश)

matruadmin

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