मेरी उदासियों की सुखी दरारें

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deji bedi juneja
आओ तुम्हें तुम्हारे वादों में
सूखी दरारें दिखाती हूँ ..
वादे तुम करके भूलते हो.
और उदास मैं हो जाती हूँ ..
कब कहती हूँ.की तोड़ लाओ
सितारे आसमान से ..
मैं तो खुद सितारे टूटने के
इंतज़ार में आंगन में सो जाती हूँ
तुमसे तुम्हारा थोड़ा वक़्त मांगती हूँ
तो करती हूँ क्या बुरा.
तुम्हें तो खबर तक नहीं होती
और मैं रो कर चुप हो जाती हूँ
माना हर पल साथ रहना
मुमकिन नहीं हैअब साहिब
एक लम्हा ही गुज़र जाए
 तेरे साथ ये ख़्वाब सजाती हूँ ..
आओ तुम्हें तुम्हारे वादों में
सूखी दरारें दिखाती हूँ ..
वादे तुम करके भूलते हो..
और उदास मैं हो जाती हूँ ….
#डेज़ी बेदी जुनेजा
परिचय-

नाम………डेज़ी बेदी जूनेजा 
जन्मतिथि……1मई 
पता…….मोहाली (चंडीगढ़ )

matruadmin

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