#ख़ुशबू कुमारी
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क्या कहूँ, क्या न कहूँ, झूठा है हर शान,
देश मे हिंदू मुस्लिम की जंग, और कहता भारत महान,
देश मे लोग लोगो के दुश्मन, फिर भी देश महान,
धर्म के नाम पर करते दंगे, अल्लाह राम में करते पंगे, ये है हमारा हिंदुस्तान।
बिक चुके है लोग, बिक चुकी ईमानदारी,
इंसानियत को कर रफ़ूचक्कर, पैसे-रुपये बनी लाचारी,
ईमानदारी की नीयत, बस शब्दों में रह गयी,
पैसा बोल गया, सच्चाई खो गयी,
मेरा भारत महान, बस कहने को रह गया,
गांधी नेहरू के समय का भारत, बस इतिहास में बह गया,
फिर भी हम आजाद कहलाते है,
अंग्रेजो ने आज़ादी दे दी,
पर लोग भूल से भूल जाते है,
गुलामी तो अपने लोगो को ही दे दी,
अपने लोगो की ही दे दी।
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