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सारे जग में सबसे सच्चा /
होता भाई बहिन का प्यार /
संजय भैया का है कहना /
राखी बांधो प्यारी बहना../
सावन की मस्ती ली फुहार /
मधुरिम संगीत सुनती है /
मेघों की ढोल ताप पर /
वसुंधरा बहुत मुस्काती है…/
आया सावन का जो महीना /
राखी बांधो प्यारी बहना../
धरती ने चन्दा मामा को ,
इंद्रधनुषी राखी पहनाई /
बिजली चमकी खुशियों से,
रिमझिम जी ने झड़ी लगाई../
राजी ख़ुशी सदा तुम रहना /
राखी बाँधों प्यारी बहना../
संजय देता वचन बहन को /
दुःख तेरे सब दूर करूँगा /
भाई बहन को बहुत है प्यारा /
राखी का त्यौहार ये न्यारा /
राखी का त्यौहार ये प्यारा /
#संजय जैन
परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
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Fri Aug 24 , 2018
बहुत झगड़ालू होती हैं औरतें जब देखो तब झगड़ती हैं मेरी पत्नी मुझसे अक्सर झगड़ती है जब मैं बाजार से समोसे,कचोरी और आलू की टिक्की ले आता हूँ कितनी निष्ठुर है, उससे परांठे मांगता हूँ,तली हुई चिप्स और साथ में भुजिया मांगता हूँ तो मना कर देती है अक्सर झगड़ती […]