मेरी_कलम_मेरे_विचार

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shikhar chandra jain
हम फिर से आदम बन गए हैं
कच्चा मांस फिर पसन्द करने लगे हैं
अंतर इतना ही….
पहले जानवर का करते थे
अब औरत का शिकार करने लगे हैं
कपड़े भी कहाँ सुहाते हैं हमें आजकल?
खुद तो दिल,दिमाग से नंगे हैं ही
सामने औरत दिख जाए
तो उसे भी नंगा करने में जुट जाते हैं
पिल पड़ते हैं एक पागल सी भीड़ लेकर
तब हम मनुष्य नहीं एक भीड़ बन जाते हैं
आजकल भीड़ इंसान कहाँ रही?
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शरीफ और बदमाश में अंतर भी थोड़ा सा रहता जा रहा है।
बदमाश तन से नंगा करते हैं किसी को
और शरीफ मन ही मन कर लेते हैं ऐसा
चाचा,ताऊ,कजिन,फ्रेंड की छोड़ो ….
पिता और भाई पर भी कहाँ रहा पूरा भरोसा
गुरुजन भी गिद्ध की तरह नोचने को रहने लगे हैं आतुर
हम जानवर तो कत्तई नहीं,
वे कहाँ छोटे बच्चों का यौन शोषण करते हैं?
हम आदमयुग में पहुंच गए हैं फिर से
ये रौशनी,स्कूल,आधुनिकता सब नकली है
हर ओर अँधेरा है,गुफाएं हैं,कच्चे मांस की गन्ध है
मान लीजिये….
हम आदिम युग में हैं फिर से
#शिखर चंद जैन

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।