मुन्शी प्रेमचंद अलंकार से मधु शाला साहित्य परिवार उदयपुर द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए हिंदी गुजराती कवि लेखक अनुवादक, नशा मुक्ति अभियान प्रणेता, और ब्रेसट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजित करने वाले भूत पूर्व ऑफिस सुपरिटेंडेंट जिल्ला शिक्षा अधिकारी अहमदाबाद के डॉ गुलाब चंद पटेल को सम्मान पत्र […]

इंदौर । हिंदी और उर्दू के बेहतरीन संगम और चुनिंदा नज़्मों को इंदौर के लेखक डॉ.वासीफ काज़ी ने पुस्तक ‘कशिश’ के रूप में सृजन किया,संस्मय प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक कशिश का विमोचन मंगलवार को इंदौर एबी रोड़ स्थित डीक्यू कैफे में साहित्यकारों के बीच होना है ।      कवि […]

साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा मीडिया ग्रुप का श्री गणेश आद राजेश पुरोहित जी द्वारा किया गया,इस आयोजित कार्यक्रम में सा.सं.संस्थान के अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र जी,नवल किशोर,दीपाली पाण्डेय, शिवम यादव,सरोज ठाकुर,अरूणश्रीवास्तव,भावना दीक्षित,छगनलाल,कल्पना ख़याल ,कुमुद श्रीवास्तव,कैलाश मंडलोई,रामजस त्रिपाठी,मनोज मनु और संगम के परिवार ने इस आह्वान में शुभकामनाएं दी,अध्यक्ष महोदय […]

*साहित्य के क्षेत्र में अनूठा होगा तिनसुकिया का यह साहित्यिक आयोजन- संजय त्रिवेदी*  १० मई/तिनसुकिया संवाद/  साहित्य संगम संस्थान तिनसुकिया शाखा के पदाधिकारियों की वार्षिकोत्सव की तैयारियों को लेकर आज तिनसुकिया में एक मीटिंग हुई । मीटिंग की अध्यक्षता साहित्य संगम संस्थान तिनसुकिया शाखा के अध्यक्ष प्रतिष्ठित व्यवसायी संजय त्रिवेदी […]

साहित्य संगम संस्थान सबका प्रयास, सबका विश्वास, सबका विकास पर कार्य करते हुए सबको सहभागिता का सुअवसर प्रदान करता है । इसी आधार पर देश के विविध प्रांतों के विविध वर्गों से जुड़े साहित्यकार साहित्य संगम संस्थान का वार्षिकोत्सव २ जून को तिनसुकिया में साझा आर्थिक सहयोग कर करा रहे […]

पटल संस्थापक तामेश्वर शुक्ल तारक जी ने  राजेश कुमार तिवारी रामू को बताया कि अटल काव्याञ्जलि साहित्यिक समूह का आठवां मासिक जन्मोत्सव आनलाइन कवि सम्मेलन संपन्न करते हुये धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम काफी लंबा चला देर रात १२.३० पर पटल विश्राम हुआ। लंबा सम्मेलन होने की वजह से संचालन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।