हां मैं तजुर्बा हूं, हां मैं तजुर्बा हुं, मैं मिल जाता हूं अक्सर गांव की चौपाल में हुक्का गुड़गुड़ाते हुए, और मिल जाता हूं गांव के घर आंगन में चरखा कातते हुए ,,, हां मैं तजुर्बा हूं ,हां मैं तजुर्बा हूं, कभी मिल जाता हूं चारपाई पर बैठा अखबार पढ़ते […]
यक-ब-यक चल पड़ी हवा जैसे पूरी हो गई हर दुआ जैसे ===================== तुमको देखा तो यूँ महसूस हुआ सामने आ गया खुदा जैसे ===================== मैंने हर बार तुझे यूँ माँगा बच्चा कोई माँगे खिलौना जैसे ===================== इस तरह तूने भुलाया मुझको तू मेरा कभी न था जैसे ===================== ज़िक्र तेरा […]