विगत आधी सदी से भी कुछ अधिक अवधि से मैं अवलोकन करता आ रहा हूँ कि क्षेत्रीय बोली के नाम पर अधिकतर व्यक्ति, कुछ से कुछ लिखते हुए गुणवत्ता के प्रति सचेत नहीं रहते हैं। फलतः अपेक्षित स्तर का प्रायः अभाव रहता है। विषय-वस्तु, भाव एवम् भाषिक रूप से भी। और, इसीलिये; स्थानीय स्तर पर ही […]
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नई दिल्ली सांध्यकालीन संस्थान ने 8 मार्च, 2019 को भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली के परिसर में संस्थान की अध्यक्ष और सुप्रसिद्ध समाजसेवी सुश्री सुरेंदर सैनी की अध्यक्षता में “डॉ. नगेन्द्र साहित्यिक संगोष्ठी और दीक्षांत समारोह’’ संपन्न हुआ। संस्थान के प्रभारी और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. पूरन चंद टंडन […]