नजर से नजर अब पहचान लीजिए, अरमान हदय् का अब जान लीजिए। सांस में आएगी बहार की महक, झरे सब फूल मुस्कान लीजिए। हकीकत सब सुना दी है जुबां से, छिपाया कुछ नहीं दिल छान लीजिए। यह तुम्हारे ख्यालों का सौदा है, आप चाहे रात को दिन मान लीजिए। #रचना […]
nandini
है नहीं सिर्फ नदी ब्रह्मपुत्र, यह ब्रह्म का पुत्र है है इसलिए यह एक नद्य, यह है दर्शन समन्वय का। हुआ इसके तटों पर, कई संस्कृतियों व सभ्यताओं का मिलन। आर्य-अनार्य,मंगोल-तिब्बती, बर्मी-द्रविड़,मुगल-आहोम के मिलन और टकराहट का, गवाह है यह ब्रह्मपुत्र। है इसकी कई उपनदियाँ, सुवनश्री,तिस्ता,तोर्सा लोहित,बराक,धनश्री। है महाबाहु यह […]