सोलह-सोलह पर लिखो, चार चरण धर ध्यान। चौपाई का है यही, मित्रों छंद विधान॥ सोलह से तुम चरण सजाओ। चौपाई मिल सभी रचाओ॥ जगण-तगण अंत नहीं लाना। चल विधान पर छंद रचाना॥ दो लघुओं संग गुरू को रखना। उचित अंत को समझो रसना॥ चौपाई के साथ में, है दोहा […]
kshetriy
रहमान संग में यहाँ,ईसा, नानक, राम। वीरों की जननी यही,भारत इसका नाम।। विश्व पटल पर छाया न्यारा। प्यारा भारत देश हमारा।। राणा, पन्ना,भामा,मीरा। यहीं हुए रसखान,कबीरा।। चरक,हलायुध,अब्दुल,भाभा। विश्व पटल की थे यह आभा।। जन्मे गीत, ग़ज़ल,कव्वाली। भारत की छवि लगती आली।। क्रिसमस, ईद,लोहड़ी,होली। पावनता पर्वों ने घोली।। अलग-थलग हैं भाषा […]