पानी-पानी हो गया,पानी पानीदार। पनिया उतार देखि के,फफके पानी धार॥ जल ही जीवन है,सुनो,कहें-सुनें सब लोग। जग निरोग रहे कैसे,जल में है सौ रोग॥ पाप धोवन भुवन चली,बाढ़ हिं बढ़ता पाप। जहर लहर लखि,हे सखी! सिसके गंगा आप॥ गंग उमंग संग बहे,निर्मल सरस तरंग। ‘सावन’ मन पावन करे,बदले जीवन रंग॥ […]
sunil
मंगलसूत्र, वैवाहिकता का सबूत सम्बन्धों को करता मजबूत, रह उपस्थित देते आशीर्वाद देवदूत, देख दृश्य सब रहते अभिभूत, वर्तमान काल में रह खुश भविष्य के सपने संजोते, सच हुए सपने, मिला उन्हें पूत मंगलसूत्र, वैवाहिकता का सबूत। बढ़ती चकाचौंध सम्बन्धों क़ो रौंद, टूटते रिश्ते, सम्बन्ध पिसते स्वप्न रहने का आजाद, […]