अपेक्षा किसी से करो नही सहायता किसे से मांगो नही स्वयं की शक्ति को पहचानो अपनी अन्तरात्मा को जानो जो अपनी सहायता खुद करते है परमात्मा उनकी शक्ति बनते है यह शक्ति परमार्थ के लिए हो स्वयं के कल्याण के लिए हो इससे सदुपलब्धि मिल जाएगी सर्व समस्याएं हल हो […]

 पीएम नरेंद्र मोदी नाम से बनी फिल्म में बिना कोई गीत लिखे फिल्म गीतकार जावेद अख्तर का नाम अंकित किये  जाने से स्वयं फिल्म गीतकार जावेद अख्तर हैरान है। उन्होंने फिल्म के ट्रेलर में अपना नाम होने पर आपत्ति भी जताई है ,यही हालत इन दिनों देश की राजनीति की […]

बुजुर्ग का जिस घर मे सम्मान नही है कहने को घर हो पर वह घर नही है बुजुर्ग है मार्गदर्शक नियन्ता वही है अनुभव का है खजाना  हितचिंतक वही है उंगली पकड जिनसे चलना सीखा है आप चल नही पाओगे ,उन्हें कहना क्या अपमान नही है कुछ तो सीखिए ब्रह्माकुमारीज […]

 भारतीय जनता पार्टी को उसी की भाषा में और उसी अंदाज में जवाब देने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में  140 किलोमीटर लंबी तीन दिवसीय गंगा बोट यात्रा संपन्न की है ।इस यात्रा के तहत प्रियंका गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र […]

रंग जीवन के बने रहे खुशियां रहे अपार होली का त्यौहार है बधाई हो बारम्बार नशे व्यसन में फंसो नही  होली बदरंग करो नही राग,द्वेष भी त्याग दो सदभाव की सोगात दो रंग,गुलाल,अबीर उठाओ एक दूसरे को जरूर लगाओ प्रेम की नई रसधार बहे ऐसा तुम आगाज दो कृष्ण जैसा […]

रंग मौसम में भी अब घुलने लगे खेतो में सरसो के फूल खिलने लगे आदमी पर चढ़ा है फाल्गुन सुरूर रंग भरे गुब्बारे अब चलने लगे गुंजिया की महक भी छाने लगी रंगभरी पिचकारियां नजर आने लगी  प्रहलाद जैसा हो हमारा आचरण  होलिका जलाने की तैयारी होने लगी हरे पेड़ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।