तारक मेहता का उल्टा चश्मा में ‘अय्यर’ का किरदार निभाते हैं तनुज इंदौर। लगातार फ़िल्मी दुनिया में कार्य करने वाले और धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा में ‘अय्यर’ का किरदार निभाने वाले तनुज महाशब्दे को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें […]

परिचर्चा संयोजक- भावना शर्मा, दिल्ली बच्चों का बचपन और उनका समेकित विकास केवल शिक्षा ही नहीं अपितु पारिवारिक दायित्वों, रिश्तें–नातेदारों, माता-पिता, दोस्त इत्यादि से परिपूर्ण होता है। नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत भाषा, व्यक्तित्व इत्यादि शिक्षण तो विद्यालयों में करवाया जा रहा है किन्तु बच्चों के नैतिक विकास में परिवारों […]

●जयराम शुक्ल मनुष्य चाहे दुर्जन हो या सज्जन, सत्य हमेशा उसकी आँखों में भटकटैया की भाँति गड़ता है। स्तुति देवताओं को भी पसंद थी और दानवों को भी। यहां नेता भी स्तुतिजीवी है और खलनेता भी। इसलिए वहां देवर्षि नारद देव-दानवों को खटकते थे और यहां पत्रकार किसी को नहीं […]

वरिष्ठ लेखिका प्रेम मंगल ने किया रचनापाठ, कॉफ़ी टेबल बुक लोकार्पित इंदौर। कविताएँ और कहानियाँ हमेशा से प्रेरणा पुंज होती हैं, इनके प्रसार से साहित्य का प्रचार होता है। मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा पद्यांश का आयोजन शनिवार को शहर के पंचवटी में किया गया, जिसमें लेखिका प्रेम मंगल का रचनापाठ […]

यदि आप कविता लिखते हैं तो मातृ दिवस के उपलक्ष्य में मातृभाषा डॉट कॉम लाया है आपके लिए कविता लेखन प्रतियोगिता। विशेष कविता प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है, जिसमें माँ या उनसे जुड़े विषय पर अपनी कविता लिखकर भेज सकते हैं, जिसका प्रकाशन मातृभाषा डॉट कॉम पर होगा। 〰〰〰〰〰〰〰〰〰 […]

वासनाओं के घड़े हैं, देखिए कब फूटते हैं, ध्येय में ही दोष सारे, भाव कब ये सूझते हैं! रोज़ दिखना, रोज़ छपना, रोग कैसा, सत्य कहना। लेखनी की तज महत्ता संगतों में क्यों विचरना? धार के तैराक देखो, पोखरों में डूबते हैं, ध्येय में ही दोष सारे, भाव कब ये […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।