धधक उठी ज्वाला जौहर की,राजस्थान कहानी थी। रतन सिंह मन-प्रेम पदमिनी,वो मेवाड़ की रानी थी॥ गन्धर्वराज घर की किलकारी,चम्पावती की मन ज्योति। सिंहलद्वीप की राजरागिनी,स्त्री की थी उच्चतम कोटि॥ सुंदरता तन में भी अनुपम,मन बुद्धि संग जीत मनोति। रतन सेन को भान हुआ तो,बनी वो प्रेम कहानी थी॥ धधक उठी […]
durgesh
स्वच्छ रहेंगें,स्वस्थ रहेंगे,भारत को भी स्वच्छ करेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ शौच खुले में अब नहीँ करेंगें,जल-थल को अब साफ रखेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ हाथ हमारे कौशल-धन-बल,सदा साफ ये सदा हो निर्मल। हाथ धो के जल-पान करेंगें… करते हैं प्रतिज्ञा,सब हम करते हैं […]