हम उस धरती पर जन्मे हैं, हुए जहाँ तेजाजी हैं, गौ माता को बचाने वाले,ददरेवा के गोगाजी हैं। बैलों की पूजा करवा दे,लोक अजर हरबुजी हैं, शरणागतों की रक्षा करते,कोलू में पाबूजी हैं। जब-जब दुग्ध दिया है तुमको,गौ माता कहलाई है, क्या है अपराध मात का जो,काटे आज कसाई है। […]