‘विश्व कविता दिवस २१ मार्च पर विशेष’ कुछ कविताओं के कोने लदे होते हैं दर्द के सलीबों से, कुछ कविताएँ भरी होती हैं भाग्य के नसीबों से। कुछ कविताएं अव्यक्त-सा भाव देकर शांत हो जाती हैं, कुछ कविताएं सबकुछ व्यक्त कर अन्तर्मन में उतर जाती हैं। कुछ कविताएं शोरगुल के […]
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में अभी तक २२ भाषाओं को शामिल किया गया है | इस सूची में ३५ और भाषाओं को शामिल करने का प्रस्ताव है |भोजपुरी, अवधी,राजस्थानी,ब्रजभाषा,हरियाणवी,छतीसगढ़ी आदि लोकभाषाएँ प्रतीक्षा सूची में हैं | अभी तक हिन्दी को ही उसका संविधान प्रदत्त अधिकार नहीं मिला और आठवीं अनुसूची में उपभाषाओं-बोलियों को […]