किसे अपना हम कहें,किसको कहें  पराया, खाए कई  बार धोखे,लेकिन  समझ न  आया। अपने-से बनके  रहना,दिखाया भी ये बहुत, मगर वक्त आने पर,ठेंगा ही  दिखाया। नफ़रत से भरी दुनिया में,ऐसा भी नहीं है, जिसको  किया किनारा,उसका ही साथ पाया। लगता है व्यर्थ सब कुछ,माया और   छलावा, बस एक ईश्वर का […]

तलाशती हूँ अब भी, खामोशियों में गूंजती तेरी वो आवाज़ जो दे जाती थी राहत…..। बिना कुछ कहे आ जाता था सुकून… बिना सहलाए भी, लग जाता था मरहम। जिंदगी का हर ज़ख्म भर जाता था आ ही जाती थी चेहरे पर इक हँसी तेरे चेहरे की सौम्य मुस्कुराहट….. तलाशती […]

Very best Educative Websites for university students Solutions have were actually furnished with an exceptional favorable result on current education and learning. The advancement online can make details readily accessible than in the past, raising the studying procedure for those over the world. The efficiency of publishing new details has […]

8 Mail Methods for Introverts As stated by the Myers-Briggs Cornerstone, you happen to be an introvert if you think most cozy centering on your own intrinsic world. Exterior planet pursuits, just like talking with people immediately or on the telephone, verify demanding. Whilst emailing may appear considerably less severe, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।