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पढ़ाई पूरी करने के बाद एक छात्र किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाने की चाह में साक्षात्कार देने के लिए पहुंचा। छात्र ने बड़ी आसानी से पहला साक्षात्कार पास कर लिया..। अब अंतिम साक्षात्कार कंपनी के डायरेक्टर को लेना था। डायरेक्टर को ही तय करना था,कि उस छात्र को नौकरी […]

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नए वर्ष के नव जीवन में, नई उमंगें आने दो.. इन्सानों की दुनिया में तुम, अब सबको मुस्काने दो। सत्य,प्रेम की बातों से तुम, जग को भी तर जाने दो.. आशाओं और उम्मीदों को, नए ख्वाब सजाने दो। तम की काली रातों में, अब पूर्णिमा घुल जाने दो.. जीवन की […]

सुबह के छः बजे हैं। कल सरकारी छुट्टी थी तो मैं बेटी और बेटे को मेले घुमाने ले गया था,इसलिये सभी को रात को सोने में देर हो गई थी। श्रीमती जी खुद सुबह ५ बजे उठकर सभी के टिफिन बनाकर तैयार कर चुकी हैं। फिर भी घर में सुबह के […]

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ओ अर्द्धरात्रि के उल्लू सुन, अब जाग भोर हो गई नई.. असली उत्सव आया है अब नव संवत्सर है,वर्ष नई। बगिया महकी,चिड़िया चहकी, कुदरत ने बाँहें फैलाई. बासंती के आलिंगन को, बेला बैसाखी की आई। भीनी खुशबू बागों में है, कोयलिया गीत सुनातीं है.. मद्धम चलती है पुरवाई, फसलें सारी […]

न नवल मंजु शुभ सुबह हो,सुखदायक हर शाम। या यादें  प्रिय-हिय  में बसी,रहे अधर  पर  नाम।। सा साथ  सदा  त्यौहार  हों,और ख़ुशी  हर ओर। ल लहराए  मन झूम  के, हो  रंगों  का   जोर।। मं मंदिर-सा  महके सदा,यश  वैभव  सब ओर। ग गर्वित भाल  उठा  रहे,खिली  रहे  हर  पोर।। ल लघु स्वर्णिम रवि रश्मियाँ,हिय […]

हिन्दू की शान है,हिंदुत्व का अभिमान है, गौरव है मान है, हिन्द का अभिमान है। विक्रम का निशान है,भगवा की शान है, सम्राट वो महान है,जिसने दिया ये इनाम है। भूल जाते वो इंसान है,जो घिर गए वो पश्चिम शैतान है, नव संवत्सर ये महान है, गुड़ी पड़वा का दिन भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।