कब आओगे रविवार? काम बहुत है, जो रख छोड़े, भरोसे तुम्हारे प्यारे रविवार| साफ-सफाई कपड़ों की धुलाई, घर को सजाना है, कब आओगे रविवार? दोस्तों को बुलाना है, उनके घर भी जाना है, पिकनिक मनाना है, आ भी जाओ रविवार | बना लूँ कोई शिल्प आकृति , या कर लूँ […]
काव्यभाषा
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