नए वर्ष के नव जीवन में, नई उमंगें आने दो.. इन्सानों की दुनिया में तुम, अब सबको मुस्काने दो। सत्य,प्रेम की बातों से तुम, जग को भी तर जाने दो.. आशाओं और उम्मीदों को, नए ख्वाब सजाने दो। तम की काली रातों में, अब पूर्णिमा घुल जाने दो.. जीवन की […]
काव्यभाषा
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