मेरे दिल की धडकने,तेरे दिल में ऐसी बजती रहे | जैसे कान्हा की बंसी,राधा के होटो पर बजती रहे || में तुझ को प्यार करू,तुम मुझ को प्यार करो | बस तेरी मेरी जिन्दगी ऐसे ही दिन रात कटती रहे || न आये चेहरे पर कोई शिकन,ये होट मुस्कराते रहे […]

रखती हूँ व्रत बस तुम्हारी ही ज्यादा उम्र के लिये बस करवांचौथ पर इतनी फरमाईश पूरी कर दीजिये हो गई साड़िया बहुत पुरानी फैशन भी बदल चूका बस एक साडी नये फैशन सुंदर सी दिला दीजिये हो गया सोने का सेट पुराना ऐसा पहनता कोई नहीं बस एक हीरो का […]

विकास का दीपक जलता रहे,मेरे इस देश में | घर घर दीवाली मने,हर क्षेत्र और हर वेश में || न की ज्योति जलते रहे,कोई भी अछूता न रहे | हर बालक को शिक्षा मिले,कोई भी अनपढ़ ने रहे || स्वच्छ भारत हम बनाये,कही भी हम गंदगी न करे | स्वच्छ […]

मै आशा के दीप जलाना चाहता हूँ | निराशा के दीप बुझाना चाहता हूँ || जिस झोपडी में कभी न दीप जला | उस झोपडी में दीप जलाना चाहता हूँ || मै ज्ञान का दीप जलाना चाहता हूँ | अज्ञान का दीप बुझाना चाहता हूँ || जो ज्ञानी बनकर अज्ञानी […]

लाल किले की प्राचीर से,मोदी जी ने दिया ये सन्देश | एक ध्वज हो,एक कानून हो,सबका समान हो ये देश || मिले सबको समान अधिकार,किसी के साथ न हो द्वेष | तभी भारत फल फूलेगा,आगे बढ़ता रहेगा ये हमारा देश || बढ़ रहा है जनसँख्या का बोझ,कैसे उठा पायेगा ये […]

जितनी है पाक औकात तेरी,उतनी कर अब तू बात | तीन युद्ध हार चुका है,कितनी खायेगा अब तू मात || बना है तू सेना की कठपुतली,तेरे नहीं कोई साथ | ले देके एक चीन बचा है,जिससे मिलाया तूने हाथ || देता है न्यूकिल्यर की धमकी,तू उसको भी छुटा कर देख […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।