गजल

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divya sharma

हुस्न वाले क्यों अदा यूँ आशकार करते हैं
रूख़ पे पर्दा और निगाहों से वार करते हैं।

हैं निशाने पर ये   जहान हमें मालूम है
फिर भी हम आशिक तुमसे प्यार करते हैं।

बड़ा मासूम दिल है ये जो दिया था तुमको
रात भर बस तेरी हाँ का इंतजार करते हैं।

चाहें तो देखते हैं यूँ ही    मुस्कुरा के हमें
रूठ जाये  तो ये नखरें  हजार करते हैं।

हो रहा अब  तो दुश्मन भी जमाना यारों
छोड़ सबको चल हम इश्क यार करते हैं।

दे रहे  इल्जाम मेरी मोहब्बत को सनम
हम तो ताउम्र तुम पर एतबार करते हैं।

महका हैं गुलशन भी मेरे गेंसूओं से सुनो
क्यों कर फिर चर्चा-ए-बहार    करते हैं

खो गया है जो चमन –  ए -गुलिस्तां अपना
चल #दिव्या फिर इन्हें ही गुलजार करते हैं।

#दिव्या राकेश शर्मा

पता : देहरादून(उत्तराखंड)

परिचय-दिव्या राकेश शर्मा

पिता का नाम-श्री सीताराम शर्मा

माता का नाम-स्व.राधा शर्मा

पति का नाम-श्री राकेश कुमार।

 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।