महत्वपूर्ण सूचना

0 0
Read Time1 Minute, 46 Second

महत्वपूर्ण सूचना

असंयमितता, अनियमितता और अभ्रद्रता के चलते कुछ लोगों को संस्थान से बाहर कर दिया गया है| मूलत: मातृभाषा.कॉम का मालिकाना हक व संस्थापन डॉ.अर्पण जैन ‘अविचल’ द्वारा किया गया है| मातृभाषा.कॉम सहित हिन्दीग्राम,  व मातृभाषा उन्नयन संस्थान भी उन्हीं के निर्देशन संचालित है | कुछ लोगो द्वारा रचनाकारों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि ‘वे हिन्दी को राजभाषा से राष्ट्रभाषा की ओर ले जाने के लिए कार्य कर रहे हैं, और इसलिए आर्थिक सहयोग भी मांग रहे है, तो आपका दायित्व ये बनता है कि उनसे पूँछे कि उन्होंने हिन्दी के लिए क्या किया है ?
मातृभाषा.कॉम व हमारे अन्य प्रकल्प से उनका कोई संबध नहीं है | यदि आप भी मातृभाषा.कॉम, हिन्दीग्राम या मातृभाषा उन्नयन संस्थान के भ्रम चलते उनसे कोई भी व्यवहार करते है, आर्थिक या अन्य तो इसके उत्तरदायी आप होंगे|
और यदि कोई हमारे नाम का दुरूपयोग करते, पूर्व में संस्थान के प्रकाशित समाचारों का प्रचार माध्यम में भी उपयोग करते पाया गया तो उसके विरुद्ध कानूनन कार्यवाही की जाएगी |

*आज्ञा से,*
*डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’*
*संस्थापक- मातृभाषा.कॉम*
*सम्पर्क- ७०६७४५५४५५

FB_IMG_1521169771723

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

रेड- सत्यता के पथरीले धरातल पर पानी डाल राहत देती फ़िल्म

Fri Mar 16 , 2018
निर्देशक :- राज कुमार गुप्ता  अदाकार :-  अजय देवगन, इलियाना डिक्रूज, सौरभ शुक्ला,  लेखक :- राज कुमार, रितेश शाह कहानी :- फ़िल्म को असली घटना से प्रेरित बताया गया है कि एक इमानदार आयकर अधिकारी अमय पटनायक(अजय देवगन) कैसे 7 साल में 49 तबादलों की मार झेल चुका होकर भृष्ट […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।