0
0
Read Time33 Second
फैली चारों ओर धन की मांग,
चंदा एवं चकोर धन की मांग।
जिदर भी जाऊं प्रश्न वही है,
गढ़ी भले बकोर धन की मांग।
फकीरी भी बड़ा कारोबार है,
डाकु कोई चोर धन की मांग।
मेरी तो क्या औकात है भाई,
पागलों का शोर धन की मांग।
पवित्रता लेने गया प डूब गया,
मिला नाहीं छोर धन की मांग।
इंदु भूषण बाली
ज्यौड़ियां
जम्मू-कश्मीर
Post Views:
418