हे भारत मां शपथ है मेरी,
कायरता न दिखाऊंगा।
तेरी रक्षा करने को,
मौत से भी टकराऊंगा।।
शीश न झुकाऊंगा,
पीठ न दिखाऊंगा।
माँ तेरे दूध को,
कभी न मैं लजाऊंगा।।
नदियों को लांघकर,
जंगल चीर जाऊँगा।
पर्वतों को फांदकर,
दुश्मन के पीछे जाऊँगा।।
काट-काट शीश उनके,
तेरे कदमों में चढ़ाऊंगा।
शीश न झुकाऊं……..,
मां तेरे……न लजाऊंगा।।
जो नजर तुझको लगाए,
आंख निकाल लाऊंगा।
जो बैर से हाथ बढ़ाए,
भुजाएं उखाड़ लाऊंगा।।
जो शीश तुझको न झुके,
वह शीश काट लाऊंगा।
शीश न……..,
न लजाऊंगा।।
तेरे पथ के कंटकों को,
पुष्प मैं बनाऊंगा।
जहाँ कदम तेरे पड़े,
वहाँ तिरंगा लहराऊंगा।।
भारत मां का सैनिक मैं,
दुनिया को बतलाऊंगा।
शीश न……….,
कभी न लजाऊंगा।।
#सुरेन्द्र सिंह राजावत
परिचय : सुरेन्द्र सिंह राजावत राजस्थान के बयाना में रहते हैं। आप भारतीय सेना में कार्यरत हैं। आपको लिखने का शौक है तथा देशभक्ति पर अधिक कलम चलाते हैं,ताकि सबको देशप्रेम की प्रेरणा मिलती रहे।