शब्द शब्द में ब्रह्म हो ,शब्द शब्द में हो सार

0 0
Read Time1 Minute, 23 Second

शब्द शब्द में ब्रह्म हो ,
शब्द शब्द में हो सार |
शब्द सदा ऐसा कहो,
जिससे उपजे हो प्यार ||

शब्दों में जरा मीठापन हो ,
उसमे कभी न हो खार |
शब्दों से सब रिश्ते बनते ,
शब्दों से मिलता है दुलार ||

शब्दों से होते लड़ाई झगड़े ,
शब्दों से फैलता है दुराचार |
शब्दों से ही अपशब्द बनता ,
जो है लड़ाई का बड़ा यार ||

शब्दों से तुम शत्रु बना लो ,
शब्दों से शत्रु को तुम यार |
शब्दों की बड़ी महिमा है ,
शब्दों का बड़ा ही सार ||

शब्द से ही निशब्द हो जाते ,
वाणी को मिल जाता विराम |
शब्द ही एक ऐसी छड़ी है ,
जिससे बनते बिगड़े काम |

शब्दों में सच्ची भक्ति है ,
शब्दों में ही राम का नाम |
शब्दों में वे सब शक्ति है
जिसको करते सब प्रणाम ||

शब्दों से ही भाषण बनता ,
शब्दों से ही आकर्षण बनता |
शब्दों से ही सब नेता बनते
जिससे सारा देश है चलता ||

शब्दों के कारण बाजपेयी आये ,
शब्दों से ही मोदी सब पर छाये |
शब्दों की ये देखो महिमा निराली ,
दोनों हो देश के पी एम बन पाये ||

#आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दुपहरी

Fri Aug 30 , 2019
आँगन में आ गई दुपहरी हवा हो गई सुर्ख़ सुई सी पेड़ के पत्ते भी सूख रहे चकमक चकमक धूप रूई सी अलसाये पत्ते डोल रहे भेद मौसम का खोल रहे ठंडी हवा कूलर बन बैठी पक्षी भी ये बोल रहे हाड़ तोड़ गर्मी है पड़ती कमरतोड़ काम को लादे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।