भाँपकर उसके ईरादे को
हवा का रूख बदलते देखा
देशहित करने वालो को
तूफानों में भी लड़ते देखा।
चंद मिनटो में ही उस्ताद
समझने की भूल मत करना
ये शेरों की वस्ती है
गीदरो को अपने पास रखना।
कश्मीर कश्मीर करता है
उसे हिन्द की मुकुट समझना
उन्माद की फैक्ट्री बंद करो
उसे अपना हिन्द समझना।
शीश नवाकर आओगे
आर्शीबाद देगा हिन्दुस्तान
शीश उठाकर आओगे
कुचल देगा हिन्दुस्तान।
हिन्द में है सबको सम्मान
देख लो इतिहास महान
राष्ट्रबाद पर चलने वालों
का देश करता है सम्मान।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति