मेरी माँ पूर्णमति,
दुनियाँ की माँ तो
संसार चलाने का
मार्ग देती है।
पर मुझे गर्व है तुमने,
संसार सागर से पार
होने के लिए..
गुरु से जुड़ने का
अनुपम मार्ग दिया।
सिर्फ मार्ग ही नहीं,
मार्ग पर बढ़ने के लिए
अनुप्रेरित भी किया।
मैं जन्म जन्मान्तर तक,
रहूँगा तुम्हारा आभारी।
#शुभम जैन
परिचय : माँ पूर्णमति जी भक्त परिवार से आप धार्मिक गतिविधियों में जुड़े हैं। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर में शुभम जैन रहते हैं। सिर्फ २१ वर्ष के होकर शुभम जैन अध्ययन के साथ ही टीकमगढ़ में जैनाचार्य श्री विद्यासागर पाठशाला का संचालन भी करते हैं।