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‘अंतरराष्ट्रीय कविता दिवस विशेष’
मन के भाव,
जब डालें प्रभाव..
सरिता हो जाए
रस,छ्न्द,अलंकार से,
सज्जित
कविता हो जाए।
सुर ताल से भरकर,
जब बोल गुनगुनाए..
मधुर संगीत युक्त,
प्रिय गीत बन जाए..
मन मीत बन जाए …।
#शशांक दुबे
परिचय : शशांक दुबे पेशे से उप अभियंता (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना), छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश में पदस्थ है| साथ ही विगत वर्षों से कविता लेखन में भी सक्रिय है |
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