दायित्व 

0 0
Read Time59 Second

aditi rusiya
स्त्री
अपने सारे दायित्व
जनम से लेकर मरने तक
निभाती है
बिना कुछ कहे
सब कुछ सहती है
हर पीड़ा
हर दर्द वो सह जाती है
फिर भी हमेशा
दोषी स्त्री ही ठहराई जाती है
क्यों??
इस क्यों ? का कोई
जवाब नहीं
ख़ुद भूखी रहती है
बच्चों को पालती है
बर्तन में अन्न का एक दाना नहीं
पर कहती है मैंने खा लिया
हर छण ख़ुश रहती
ससुराल में चाहे लाख कष्ट सहती
पर माता पिता से यही कहती
बहुत ख़ुश है वो
हक़ीक़त कभी नहीं बयाँ करती
जिन बच्चों को जन्म दिया
परेशान करें वो
फिर भी फ़िक्र उनकी उसे
सदा ही रहती
बेटी , पत्नी , बहू हो या फिर माँ
हर रूप में सदा अपनों के
साथ खड़ी रहती
अपने हर फ़र्ज़ अदा करती

अदिति रूसिया
वारासिवनी

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

आख़िरकार कब तक?      

Wed Sep 12 , 2018
                उतर गये पार संसार-सागर के,   हर मोड़-पड़ाव से आगे,   बहुत आगे;   अब पकड़ से परे,   जकड़ से दूर-   दद्दा (पिता) हमारे….   चार बरस पहले की वह तिथि   राखी के अगले दिन लगते भादों प्रतिपदा   […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।