प्यार एक इबादत है
पूजा है
तेरे और मेरे सिवा
न कोई दूज़ा है
इसमें न किसी की
हुकूमत है
न राज है
किसी का
यहाँ तो सिर्फ़
प्यार का
दरिया है
एक दूजे से
वफ़ाई है
बेवफ़ाई नहीं यहाँ
नोक झोंक भी
ख़ूब है
पर लड़ाई
नहीं यहाँ
एक दूजे से
जुदाई भी
बर्दाश्त नहीं होती
चाहे कितनी भी
नाराज़गी हो यहाँ
जीवन में
बहुत से
कठिन पल आए
तूफ़ान भी आए
बहुत
पर किसी ने
अपनी हुकूमत
नहीं चलाई
शायद इसीलिए
रिश्ते हैं
हमारे बहुत
मजबूत
जो जोड़े हैं
प्यार से हमने
जिसे तोड़ पाना है
मुश्किल
न कभी तुमने
थोपे हैं
फ़ैसले अपने
मुझ पर
न कभी
सुनाया कोई
फ़रमान मुझे
जो भी
ग़लतियाँ हुईं
समझाया प्यार से उसे
एक दूसरे को
हमने
न यहाँ
राग है
न द्वेष है
न तुम हो
न मैं
यहाँ हम एक है
#अदिति रूसिया
वारासिवनी