इंदौर। हिन्दी भाषा के लिए साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश शासन द्वारा अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार के लिए चयनित मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा गणतंत्र दिवस 2023 के उपलक्ष्य में आयोजित कविता प्रतियोगिता में अहमदनगर, महाराष्ट्र की श्रीमती सुष्मिता द्वारकानी माहेश्वरी विजेता बनीं। मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन […]

इन्दौर प्रेस क्लब द्वारा गणतंत्र दिवस पर कवि संपत सरल के साथ अनौपचारिक चर्चा इंदौर। राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंदौर प्रेस क्लब में गुरुवार को विशेष रूप से आमन्त्रित ख्यात राष्ट्रीय कवि संपत सरल ने रचनाधर्मिता को पाठकों के पाले की गेंद बताते हुए कहा कि ‘हमेशा […]

नीलम तोलानी के पास वामा में प्रचार प्रसार का दायित्व इन्दौर। शहर साहित्यिक कार्यों की समृद्धता के लिए पूरे देशभर में अपना दख़ल रखता है। कई संस्थाएँ शहर इन्दौर का नाम अपने साहित्य सेवा के कार्यों से देशव्यापी प्रसिद्ध कर रही है उसमें से एक महिला लेखिकाओं की संस्था वामा […]

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स वाटर विजन पार्क में मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉक्टर विकास दवे तथा मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी की डॉक्टर नुसरत मेहंदी के साथ आम, शहतूत और सप्तपर्णी के पौधे लगाए। इस अवसर पर साहित्यकार डॉ मीनू पांडे, लोकेंद्र सिंह चौहान, पुरु […]

भारत से हमारा संस्कार औऱ साहित्य का नाता- डॉ बुद्धू हिन्दी व भोजपुरी भाषा की सेवा के लिए मॉरीशस में बहुत सक्रिय है डॉ. बुद्धू इन्दौर। ‘भारत मेरे पुरखों की जन्मभूमि है, जो मेरे लिए पुण्यभूमि है। भारत की प्रगति देखकर बहुत आनंद आता है। मेरा इस पुण्यभूमि से संस्कार […]

यह मेरा नहीं मेरी रचनाधर्मिता का सम्मान है- डॉ. पगारे इन्दौर। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शरद पगारे को बुधवार शाम के.के. बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा प्रतिष्ठित तीसवाँ व्यास सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके उपन्यास ‘पाटलिपुत्र की साम्राज्ञी’ के लिए दिया गया। इंदौर प्रेस क्लब के राजेन्द्र माथुर सभागार में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।