आज चिन्तामय हृदय है, प्राण मेरे थक गये हैं, बाट तेरी जोहते ये नैन भी तो थक गये हैं, निबल आकुल हृदय में नैराश्य एक समा गया है, वेदना का क्षितिज मेरा आँसुओं से छा गया है…!! आज स्मृतियों की नदी से शब्द तेरे पी रही हूँ, प्यास मिटने की […]

मैं हिन्दी हूँ हिन्दुस्तान हूँ मैं सबकी आवाज हूँ उत्तर ,दक्षिण ,पूरब, पश्चिम की शरहद नहीं मैं कण- कण की पहचान हूँ मैं हिन्दी हूँ हिन्दुस्तान हूँ। है इतिहास निराली अपनी जो कभी न मिटने वाली क्षेत्रवाद की बेड़ियो में मै न जकड़ने वाली राष्ट्र का प्रतीक हूँ कहानियों कविताओ […]

1. आओ सब मिलकर गाएँ। हम देने वोट जरूरी जाएँ। 2. अपनी ही सरकार है। मत देना अधिकार है। 3. देश के मतदाता है। वोट देना आता है। 4. सबका यह अरमान है। करना सब मतदान है। 5. आन बान अरु शान से। सरकार बने मतदान से। 6. उम्र अठारह […]

वो मुझे चाह         रहे वर्षों से पता चला ये      मुझे परसों से रुला रहे हैं     जीत कर वो भी दिया था वोट     जिन्हें हर्षों से वायदा साफ था      हीरे मोती अब वो फुसला रहे हैं सरसों से थूक कर चाट लिया  […]

कभी कभी जब मैं ज़िद पे आ जाता हूँ, सुनता नहीं किसी की और अड़ जाता हूँ पर सामने मेरे जब वो आ जाती है, मेरी हालत भीगी बिल्ली सी हो जाती है, समझाती मुझको, डाँटती और मुस्कराती है, मां नहीं पर मां जैसा रुआब दिखाती है, चाहता हूं मैं […]

पूछ रही है मां गंगा कब तक मुझे सताओगे मुझे बचाने वालो को कब तक तुम मरवाओगे निगमानंद,सानंद संतो का बलिदान आज पुकार रहा वोटो की राजनीति में कब तक मुझे घुमाओंगे मुझमे जो कचरा भरा है उसको कब हटवाओगे मेरी सफाई के नाम पर करोड़ो रुपये डकार लिए मेरी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।