डा. स्वयंभू शलभ ‘यंग इंडिया चेंज मेकर अवार्ड 2019’ से नवाजे जाएंगे। यंग इंडिया फाउंडेशन द्वारा यह अवार्ड उन्हें  ‘कल्चरल एक्टिविज्म एवं सोशल रिफोर्मेशन’ हेतु प्रदान किया जाएगा। इसकी घोषणा करते हुए यंग इंडिया फाउंडेशन के चेयरमैन विपुल शरण श्रीवास्तव ने कहा कि हमें गर्व है कि डा. शलभ सर […]

…       *कविजन कान्हा वाली* सेना सारी, सरहद  चौकी आती। आतंकी  की, धड़कन  है थर्राती। हे  माताओं, ललन  तुम्हारे प्यारे। माँ  की आशा, वतन सुरक्षा धारे। आजादी की, सरगम खोते पापी। आतंको से, यह धरती माँ  काँपी। गीता गाएँ,कविजन कान्हा वाली। हो तैयारी, रण अब  बाजे  ताली। शेरों की माँ, निडर […]

फूलों की सुगंध से, सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा, तारों की चमक से, सम्मिलित हो जीवन तुम्हारा, उम्र हो सूरज जैसी, जिसे याद रखे दुनियाँ सारा / आप महफ़िल सजाएं ऐसी, की हम सब आये दुवारा // आपके जीवन में हजारो बार,  मौके आये इस तरह के , की लोग कहते […]

जियो और जीने दो का सिद्धांत, जब रूद्ध हो जाए , दुश्मनी आवाम, शांतिदूतों के विरुद्ध हो जाएं, शांति और सुलह की हर राह, जब अवरुद्ध हो जाए, तो जन जन के मन से आवाज आती है, शुरू,अब युद्ध हो जाए। हम शांति का बीज रोपते, तू आतंक की फसल […]

वह सौर्य ध्वज का वाहक        परचम उसे लहराना था। है अभिनव अमिट नवीन भारत अभिनंदन को वापस आना ही था। गीदड़ नाहर को कैसे रोके   आंखों से निकले वो शोला है। सर पर कफ़न बांध के निकला पहना बासन्ती चोला है। है गर्व हमें तेरी वीरता […]

मीत सुनो  प्रिय रचनाकार, कविता को दें नव आकार। लिख कवि देशधरा के गान, मात भारती  हित के  मान। लिखना  पहले  सीना तान, जय जवान,भारत सम्मान। पीर किसानी लिखना मीत, जय विज्ञान निभाती  प्रीत। देश   प्रेम   रचना   संगीत, इंकलाब   मत  वाले  गीत। जोश  जगाने    वाले  नाद, लिखने भगतसिंह आजाद। लिखना  […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।