हे  कैलाशी , घट  घट वासी, मन मेरा ,दर्शन  अभिलाषी। हे  शिव  शंकर , प्रलयंकारी, तांडव कर,भोले अविनाशी। डमरू  वाले ,  गौरी  शंकर, कर त्रिशूल, बाघम्बर धारी। हे,जगपालक, जगसंहारक, भूतनाथ, शिव  मंगलकारी। कंठ हार  में,  नाग  सोहते, नीलकंठ,  भोले  त्रिपुरारी। जटाजूट सिर, चन्द्र गंग है, भंग विल्व, संगत आहारी। हे   […]

क्या है इतिहास इतिहास एक ताबूत है नहीं रहे जो हम उसका होते हैं जो हम वह रहता है सदा ही ‌ कभी नहीं होता इतिहास भविष्य में होना खिलता रहता हमेशा नहीं होना मुरझा जाना है अतीत में दफ़न जिसे अपने सीने में सदा कर लेता इतिहास #राम बहादुर […]

दूसरों का दिल तोड़ते रहिए बस घर अपना जोड़ते रहिए जहाँ सवाल हो जाए आपसे राह भी वहीं से मोड़ते रहिए जो दिखाता हो असली चेहरा वो शीशा बेधड़क फोड़ते रहिए आवाज़ खिलाफ में एक न हो हर एक की गर्दन मरोड़ते रहिए सच हो जाए खुद से ही परेशान […]

कभी न झुकने वाला हिन्द का रखवाला वो शरहद का सिपाही हिम्मतवाला । वो भक्त है हिन्दुस्तान की देशभक्ति की आवाज है उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम की शरहद का रखवाला वो हिन्द की लहू में बहने वाला वो तेरा भी तो पहचान है कभी न झुकने वाला हिन्द का रखवाला […]

सजीवन  प्राण देता है, सहारा  गेह का होते। कहें कैसे विधाता है,पिताजी कम नहीं होते। मिले बल ताप ऊर्जा भी, .                     सृजन पोषण सभी करता। नहीं बातें दिवाकर की, .                      पिता भी कम नही तपता। मिले चहुँओर से रक्षा,करे हिम ताप से छाया। नहीं आकाश की बातें,पिताजी में यहीं माया। […]

1- घर,बाहर हो,या हो फैक्ट्री । विदआउट पीपीई, नो इंट्री ।। 2- आज कसम हम खाएँगे । पी पी ई अपनाएँगे ।। 1- घर,बाहर हो,या हो फैक्ट्री । विदआउट पीपीई, नो इंट्री ।। 2- आज कसम हम खाएँगे । पी पी ई       अपनाएँगे ।। 3- हमसे  है परिवार […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।