हर तरफ मचा है ये शोर कि  आज  है मेरा दिन, सोचा मांग लूँ  कोई तोह्फा आज जो हो  थोडा  भिन्न, बनावटी फूलों  से दुनिया क्या  तुम मेरी सजा पाओगे? जन्म दिया  जिसने तुमको उसको तुम  क्या दे  पायोगे! अपने वजूद की लड़ाई  लड़ रही मै माँ की  कोख से, जंहा घेरे रहते हैं सौ सवाल मुझे  चारों ओर से, कैसे  जिन्दा रख पाऊँगी  खुद […]

नारी दुर्गा लक्ष्मी सरस्वती अवतार है, नारी जग जननी ममता और प्यार है। नारी मां बन पोषण करती      संस्कार को देती है प्रथम गुरु बन शिशु  को आकार नया वह देती है। बहन बनकर नारी         भाल पर तिलक लगती है, भैया के हर दुख […]

वर्तमान समय में यह सच है कि नारी अपनी पूरी शक्ति के साथ चहुँ ओर विकास कर रही है ।आज वह अपने आत्मविश्वास के बल पर समाज में अपनी पहचान बनाने में सक्षम हुई है। नारी को हर परिवार की धुरी माना जाता है फिर भी आज जिधर देखो उधर […]

अंतर्राष्ट्री महिला दिवस के अवसर पर एक लेख माँ तो माँ है / आप को लोगो के प्रति में समर्पित कर रहा हूँ / साथ ही सभी हमारी माता बहिनो को इस महिला दिवस की बहुत बहुत शुभ कामनाये और बधाई देता हूँ / हमें इस संसार में लाने वाली […]

आखिर कब तक किसान आत्महत्या करता रहेगा ! कहीं तो यह सिलसिला थमना चाहिए लेकिन नहीं!किसान आत्महत्या करना बन्द नहीं करेगा क्योंकि जबसे सरकारें चाहे वह किसी भी दल की रही हों,किसान हितैषी होती जा रही हैं, किसान आत्महत्या कर अपनी बात उन तक पहुँचा कर सरकारों को अपनी ओर […]

जय भारत वंदन,जन अभिनंदन, सैनिक सीमा, रखवाला। जहँ बहती गंगा, शान तिरंगा, देश हमारा, मतवाला। सबकी अभिलाषा, हिन्दी भाषा, संविधान है, अरमानी। हम शीश नवाते, वंदन गाते, भारत माता, सन मानी। जय हिन्दुस्तानी,रीत सुहानी, मात भारती,भयहारी। सागर पद परसे,जन मन हरषे, लोकतंत्र जन, सुखकारी। इतिहास पुराना,सब जग जाना, विश्व गुरू […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।