आप वर्तमान दुनिया में “ही”(HE) है या “शी”(SHE) है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, यदी आप “ई” नहीं है तो कुछ भी नहीं है । चौंकिए मत, “ई” वह है जो स्त्री को स्त्री और पुरुष को पुरुष होने का आभास कराता है। आने वाले समय में अपने आप […]
भारत की माटी तुझे सलाम एक बार फिर भारत विश्व के सामने गौरव के साथ सीना तानकर खड़ा हो गया है। जिसमें पाकिस्तान को मुँह को खानी पड़ी है अब पाकिस्तान के झूठ का पुलिंदा दुनिया के सामने खुल गया और पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हो गय़ा। अपने किए […]
न खेती है , न बारी है , न घर है। फिर भी देखो कितना महँगा वर है।। मन में उमंग नहीं ,जीने का ढंग नहीं। जीवन के सागर में एक भी तरंग नहीं।। सभ्यता-संस्कार नहीं, सोच में निखार नहीं। आपस में प्यार नहीं, शिक्षित परिवार नहीं।। काला अक्षर भैंस […]
मुझे राहत नहीं निजात दिला दो कोई तो सदा के लिए बाढ का हल बता दो। विज्ञान के इस युग में कैसी यह नीति है अचानक बाढ़ आ जाती सिस्टम सोती रहती है। सबकुछ बहा ले गया जो तिनका-तिनका जोड़ा प्रलंयकारी बाढ में अबतक न जाने कितनों ने दम तोड़ा। […]
भवानीमंडी | सामाजिक संस्था विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति, रोहतक हरियाणा द्वारा रविवार को जिला विकास भवन में राष्ट्रीय स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें राजस्थान से भवानीमंडी के कवि ,साहित्यकार राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित” को विलक्षणा समाज सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया। पुरोहित […]
क्या होता है जब हीन भावना से ग्रस्त और प्रतिकूल परिस्थितियों से पस्त कोई दीन – हीन ऐसा किशोर कॉलेज परिसर में दाखिल हो जाता है जिसने मेधावी होते हुए भी इस बात की उम्मीद छोड़ दी थी कि अपनी शिक्षा – दीक्षा को वह कभी कॉलेज के स्तर तक […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।