लूटाकर सब कुछ अपना तुम्हें खुश नहीं कर पाये। जमाने की खाकर ठोकर संभल तुम नहीं पाये। अपने और परायो को नहीं पहचान तुम पाये। क्योंकि तुम खुद किसी के दिलमें जगह नहीं बना पाये। । कसम खा खा कर तुमने न जाने कितनो को लूटा। न जाने कितनो को […]
सौगंध राम की खाते है, मंदिर वहीं बनाएंगे-निडर इंदौर । हिन्दी काव्य मंचों के सशक्त हस्ताक्षर और ओजस्वी भाव के कवि जिन्होंने सौगंध राम की खाते है, मंदिर वही बनाएंगे जैसी अतुलनीय नारे लिखे, फिरोजाबाद के कवि ओमपाल सिंह ‘निडर’ को ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा ‘स्वर्णाक्षर सम्मान’ से सम्मानित किया […]
जन्मदिन मनाया मैंने जो आज, लगा मुझे मानो आशिषों की, बारिश हो रही मेरे आंगन में। केक काट कर जो खिलाया मैंने सबको, कहने लगे लोग ये तो मिश्री मिलाई है, तुमने तो गैया के माखन में रंग-बिरंगे गुब्बारे जो लगे थे, ऐसा लग रहा था मानो, फूल खिले हो […]
सर्द हवाएं सर्दी की, तन मन को बहुत सताती हैं। डर जाती हैं अमीरों से, गरीबों को आँख दिखाती हैं। ना पैरों में जूते ,चप्पल, ना ही मोजों की जोड़ी है। ना तन पर हैं ऊनी कपड़े, ना ही सर पे टोपी है। ना कम्बल है ना है रजाई, ना […]
परमात्म साधना की निर्धारित उम्र नही होती किसी अच्छे काम के लिए महूर्त की जरूरत नही होती बचपन मे भी हो सकता है किसी को ईश्वरीय बोध इसके लिए बड़े होने की आवश्यकता नही होती यह इंतजार नाकाफी है कि समय बहुत पड़ा है जीवन तो क्षणभंगुर है पल की […]
बहुत दुख है सागर को जो किसीको दिखाते नहीं। फिर भी सभी के दुखोको समेट लेता है अपने अंदर। और सुकून देता है सदा अपनी ठंडी लहरो से। तभी तो गम समुद्रतट पर स्वंय ही हँसने लगता है।। जो लहरो को देखता है समझ उसको आता है। सागर की हकीकत […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।