सफल जन्म मेरो भायो मानव जीवन पा कर। धन्य हुआ मानव जीवन माँ बाप के संग रहकर। कितना कुछ वो किये मुझे पाने के लिए। अब हमारा भी फर्ज बनता है उनकी सेवा आदि करने का।। सफल जन्म मेरो भायो मानव जीवन पाकर।। सब कुछ समर्पित किये वो लायक मुझे […]
पापा जी के चरणों में अपना सीस झूकता हूँ। उनके त्याग बलिदान को अपने बच्चो को सुनता हूँ। ऐसे पापाजी के चरणों में अपना सीस झूकता हूँ…।। जन्म लिया उन्होंने ने बड़े जमींदार के घर में। बड़े बेटे बनकर उन्होंने निभाया अपना कर्तव्य। यश आराम से जिंदगी जी रहे थे […]
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ, झाँकी हम विज्ञान की। भारत के कण कण में समाई, गाथा देखो विज्ञान की। विज्ञान ने सुलझा दीं सारी, मुश्किलें इन्सान की। जड़ से मिटा दीं दिमाग से, भ्रांतियाँ इंसान की। बिना पंख हम उड़ना सीखे, ये कृपा है विज्ञान की। घर के हर कोने में […]
लोकतंत्र का वास्तविक अर्थ विकेन्द्रीकृत व्यवस्था की स्थापना से जुडा है। सत्ता से लेकर विकास के मापदण्डों तक यही सिध्दान्त लागू होना चाहिए ताकि समाज के आखिरी छोर पर बैठे व्यक्ति तक सुविधायें और संसाधनों की सीधी पहुंच हो सकेगी। लगभग 138 करोड नागरिकों वाले देश में संवैधानिक व्यवस्थायें निरंतर […]
दामिनी झोपड़ी से बाहर अपने कपड़े ठीक करते हुए निकल आई । उसने अपने बीमार पति के मुंह में एक लोटा पानी उड़ेला और पुनः झोपड़े के भीतर चली गई । बीमार धनुआ चारपाई पर पड़ा-पड़ा एकटक दामिनी को देखता रहा । हताश-निराश धनुआ शारीरिकरूप से मजबूर था, पिछले साल […]
सरकार भरोसे कब होगी निर्मल पावन माँ गंगा आमजन जब संकल्प लेगा तब प्रदूषण मुक्त होगी माँ गंगा हर की पौड़ी पर लाखो श्रद्धालु महाकुंभ की डुबकी लगाएंगे स्वच्छ अगर नही हो पाई गंगा श्रद्धालु पाप कैसे धुल पाएंगे गंगाजल की शुद्धता बनाने में हमें ही भागीदारी निभानी होगी माँ […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।