इमरत और सुखिया ने गमछे के ऊपर रखी दो रोटियों को आधा आधा कर मही में गीला कर के खा लिया था और वे अपनी झोपड़ी में लेट गए थे । दोपहरी सिर पर चढ़ चुकी थी । इमरत तो रोज सुबह जल्दी ही घर से खेत पर आ जाता […]

जब खाँसी बहुत सताए, बलगम भी बहुत जब आए। आजा प्यारे पास हमारे, तू काहे घबराए,काहे घबराए…. बुखार जब ना जाए, कमजोरी भी सताए। मुँह से खून जब आए, और दिल जब घबराए। सुन सुन सुन अरे प्यारे सुन, टी बी है सबकी दुश्मन । इससे बचने का है एक […]

अपेक्षा किसी से करो नही सहायता किसे से मांगो नही स्वयं की शक्ति को पहचानो अपनी अन्तरात्मा को जानो अपनी सहायता जो खुद करते है परमात्मा उनकी शक्ति बनते है यह शक्ति परमार्थ के लिए हो जगत के कल्याण के लिए हो इससे सुखद राह बन जाएगी समस्याएं सब हल […]

सिर्फ़ शंभु ही स्वयम्भू हैं जहाँ में- गौरव साक्षी हर बालक हो महाकाल-सा, बेटी स्वयं भवानी हो- हिमांशु हिन्द इंदौर। शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के उपक्रम पाठक मंच, इंदौर इकाई एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान के साझा प्रयासों से […]

जो ग़मगीन चेहरे है,रंगीन रंग भर दो उनकी झोली में | कोई भी उदास न रहे,इस गुलाल रंगो से भरी होली में || बंद है जो बुजुर्ग घरो में,इस कमीने कोरोना काल में | उनके साथ होली खेलो,खुश रखो उनको हर हाल में || रूठे है जो दोस्त तुमसे,गुलाल लगाओ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।