लह़द पर आकर मेरी आंसू बहाओगी, जो दिल की बात अभी नहीं बताओगी l कल्ब का हो जाएगा तेरा हाले-ज़ार, फिर किसको अपना जख्म दिखाओगी l शादमां न हो सकोगी कभी भी तुम, लैलो-नह़ार ग़मज़दा जीवन बिताओगी l करोगी इश़्क जब इक इबादत मानकर, तो खुद पर इख्तियार कैसे कर […]