कलम मेरी चली तो शत्रु के दिल काँप जाएंगे, छुपी मन की सभी बातें सभी जन भाँप जाएंगे। हमारा दर्द है ऐसा सुनाना भी जिसे मुश्किल, छुपाना भी बहुत मुश्किल बताना भी बहुत मुश्किलl कभी कोई समझ पाए हमारा दर्द औ पीड़ा, कभी मत खेल ये समझो नहीं ही […]
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पन्द्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालिस आया, वीरों ने अंग्रेजों से भारत को मुक्त कराया। उन्मुक्त गगन में तिरंगा झण्डा लहराया, आजाद हुआ भारत,जन-जन हरषायाll बाबा आम्बेडकर जी ने संविधान बनाया, `वन्दे मातरम्` बंकिमचंद्र चटर्जी ने बनाया। रवीन्द्रनाथ टैगोर ने `जन गण मन` बनाया, ‘सारे जहाँ से अच्छा’ सबने मिलकर […]
